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राजयोगिनी दादी जानकी जी के देहावसान पर राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर जताया शोक
– रामनाथ कोविंद, राष्ट्रपति
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दादी जानकी ने अपने साथ दूसरों का सकारात्मक बदलाव किया है। महिलाओं के सशक्तिकरण में उनका प्रयास उल्लेखनीय था। भावपूर्ण श्रद्धांजलि
– नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री
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ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकीजी के देहावसान के समाचार से मुझे गहरी वेदना हुई। उन्होंने अपना सारा जीवन समाज की सेवा और उसके सशक्तिकरण के लिए खपा दिया। उनका व्यक्तित्व एवं कृतित्व हमें नि:स्वार्थ भाव से समाजसेवा की प्रेरणा देता है। ओम शांति
– राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री, भारत सरकार
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ब्रह्माकुमारीज सेवा संस्थान की प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी के निधन का
समाचार बहुत ही दुखद है। दादीजी ने अपना संपूर्ण जीवन मानवता की सेवा में अर्पण कर दिया। सदैव समाज को सकारात्मक दिशा दी। मैं प्रार्थना करता हूं कि ईश्वर पुण्य आत्मा को शांति प्रदान करे। ऊं शांति
– जगतप्रकाश नड्डा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, भाजपा
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ब्रह्माकुमारीज की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी के निधन पर मेरी भावपूर्ण श्रद्धांजलि। वह हमारे समय की सबसे प्रेरणादायक आध्यात्मिक नेताओं में से एक थीं। मेरे विचार उनके लाखों अनुयायियों के साथ हैं। ईश्वर उन्हें शक्ति दे।
अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार
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दादी जानकी ने पूरी दुनिया को आध्यात्म का संदेश दिया और विश्व शांति की राह दिखाई। वे अंतिम समय तक समाज की सेवा करती रहीं। उनका पूरा जीवन समाज के लिए समर्पित रहा।
– सुश्री अनुसूईया उइके, राज्यपाल, छत्तीसगढ़
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आध्यात्मिक संगठन ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी जी के निधन का समाचार दुखद है। दादी जानकी ने ब्रह्माकुमारी संस्थान के माध्यम से पूरे समाज को आध्यात्म के रास्ते पर आगे बढ़ाने में अतुलनीय योगदान दिया है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
– भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
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अचल प्रतिबद्धता के साथ जनसेवा करते हुए ब्रह्माकुमारी की प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी जी ने करोड़ों जन को अपने व्यक्तित्व-कृतित्व से प्रेरित किया है। उनके देवलोकगमन की सूचना भाव विहृल करने वाली है। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि वे उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ऊं शांति
– योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उप्र सरकार
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राजयोगिनी दादी जानकी जी के निधन से बहुत दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरे विचार और प्रार्थनाएं ब्रह्माकुमारियों के साथ हैं।
विजय रुपाणी, मुख्यमंत्री, गुजरात
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ब्रह्माकुमारीज संस्था की प्रमुख दादी जानकी के देहांत का समाचार सुनकर अत्यंत दुख हुआ। उनका निधन आध्यात्मिक जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। परमपिता परमेश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें एवं अनुयायियों को यह क्षति सहन करने का संबल प्रदान करें।
– सचिन पायलट, डिप्टी चीफ मिनिस्टर, राजस्थान सरकार
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ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका 104 वर्षीय दादी जानकी के निधन के समाचार से बहुत दुख हुआ। मैंने कई साल पहले उनसे मुलाकात की थी। उन्होंने महिला सशक्तिकरण और समाज को संगठित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
शशि थरुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता
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इस महान आत्मा को जिसने नारी शक्ति प्रधान ब्रह्माकुमारीज के आध्यात्मिक संगठन का सफल नेतृत्व किया विनम्र श्रद्धांजलि।
– ओमप्रकाश धनकर, बीजेपी नेता, हरियाणा
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ब्रह्माकुमारीज संस्था की प्रमुख दादी जानकी को अहिंसा विश्व भारती की ओर से हार्दिक श्रद्धांजलि। दादी सही मायनों में सच्ची भारत रत्न थीं।
– आचार्य लोकेश मुनि
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विश्व में आध्यात्मिक प्रेरणा का सबसे विशाल संगठन ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकीजी के देहांत के समाचार से हृदय को गहरा दुख पहुंचा है। मैं परमात्मा से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल अनुयायियों को धैर्य प्रदान करें।
– डॉ. रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
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ब्रह्माकुमारी संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी जी के दुखद निधन का समाचार मिला। उनके मानवता व मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए किए गए कार्य सदैव अविस्मरणीय रहेंगे। मैं उनके निधन पर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे व उनके पीछे उनके शुभचिंतकों, प्रशंसकों व परिजन को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।
– कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री, मप्र
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– विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक संगठन ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका एवं महिला शक्ति की प्रेरणास्रोत राजयोगिनी दादी जानकी के निधन से हम दुखी हैं। आध्यात्म के माध्यम से समाज में मानवीय मूल्यों की स्थापना व लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन के लिए उनका समूचा जीवन समर्पित रहा है। मैं उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
– धर्मलाल कौशिक, नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़