HE Governor Of Chhattisgarh inaugurates Yoga Mahotsav at Raipur
योग से देश का गौरव बढ़ा है… बलरामजी दास टण्डन, राज्यपाल
रायपुर, 20 जूनः
राज्यपाल महामहिम बलराम जी दास टण्डन ने कहा कि सारे विश्व में योग के माध्यम से देश को जो मान और सम्मान मिला है, वह गौरव की बात है। इसके अलावा और भी अनेक उपलब्धियॉं हैं जो इस देश को आने वाली 21 वीं सदी में उन्नति के मार्ग पर लेकर जाएगी।
महामहिम राज्यपाल प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा
शान्ति सरोवर में आयोजित योग महोत्सव का शुभारम्भ करने के बाद अपने उद्गार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि हमारे मनीषियों ने बहुत सालों तक साधना करने के बाद समाज को स्वस्थ और तनावमुक्त रहने के लिए सबसे सहज मार्ग योग और प्राणायाम के रूप में दिया था। जिसके महत्व को योग दिवस के रूप में अब दुनिया ने पहचाना है। इसी तरह से हमारे देश की और भी अनेक उपलब्धियॉं हैं, जो कि आने वाली 21 वीं सदी में इस देष को उन्नति के मार्ग पर आगे लेकर जाएंगी।
उन्होंने कहा कि योग को मन, बुद्धि और शरीर के साथ जोड़कर परमात्मा तक पहुॅंचा जा सकता है। किसी भी कार्य की सफलता के लिए मन और शरीर का सामंजस्य आवश्यक है। उन्होंने बतलाया कि योग से कार्य में कुशलता आती है। योग हमें सही राह पर चलने की प्रेरणा देता है। यदि शान्त मन से सही राह पर चलेंगे तो सफलता अवश्य मिलंगी।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रीय निदेशका ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने कहा कि योग को दिवस के रूप में सिर्फ एक दिन न करें बल्कि इसे जीवन शैली का अंग बनाना होगा। योग से शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। आजकल लोगों में तनाव बढ़ता जा रहा है। इसलिए राजयोग को हमें अपनी दिनचर्या का अंग बनाना होगा।
मुख्य क्षेत्रीय समन्वयक ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने कहा कि राजयोग हमें विपरीत परिस्थितियों में भी शान्त रहना सिखलाता है। उन्होंने कहा कि योग आसनों से शरीर स्वस्थ रह सकता है लेकिन मन की शान्ति के लिए राजयोग मेडिटेशन जरूरी है। उन्होंने नकारात्मक और व्यर्थ विचारों से बचने की सलाह देते हुए कहा कि इससे आत्मा की शक्ति नष्ट होती है। राजयोग हमें सकारात्मक सोच बनाने में मदद करता है।