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Nepal

Madhepura (BR) – नवनिर्मित सुख शांति भवन का गृह प्रवेश संपन्न- Newly Built Sukhshanti Bhawan Inaugurated

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ब्रह्माकुमारी संस्थान के नवनिर्मित सुख शांति भवन का गृह प्रवेश के कार्य हुआ संपन्न
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मधेपुरा के नव निर्मित सुख शांति भवन का उदघाटन व आध्यात्मिक प्रवचन एवं भव्य स्नेह मिलन समारोह का आयोजन रविवार को भीरखी वार्ड नंबर 25 स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान के प्रांगण में किया गया। अध्यक्षता राजयोग सेवा केंद्र राजविराज क्षेत्र के मुख्य संचालिका राजयोगिनी भगवती दीदी ने की। शाखाओं में 10 वर्षों से अध्यात्म के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यकलापों व इसकी सार्थकता के बारे में संस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र प्रभारी राजयोगिनी रंजू दीदी ने विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
ब्रह्माकुमारी संस्थान के द्वारा दिए जा रहे नैतिक शिक्षाऐं एवं आध्यात्मिक शिक्षा से समाज में मानवीय मूल्यों का विकास होने को लेकर अपने अंदर दृढ़ संकल्प करके समाज को गिफ्ट स्वरूप ‘सुख शांति भवन’ का निर्माण करके देने वाले पिता प्राध्यापक स्वर्गीय देवानंद यादव जी एवं माता श्रीमती माया देवी जी के सुपुत्र नरेश कुमार उप महाप्रबंधक राष्ट्र इस्पात निगम लिमिटेड और धर्मपत्नी रागिनी रानी यादव समाजसेवी एवं नेत्री राष्ट्रीय जनता दल को सभी ने दिल और जान सीख औऱ प्रेम से आभार व्यक्त किया ।
कार्यक्रम के अध्यक्षा राजयोगिनी भगवती दीदी जी ने अपने उद्बोधन में कहा एक आदर्श समाज में नैतिक सामाजिक व आध्यात्मिक मूल्य प्रचलित होते हैं ।नैतिक मूल्यों का हमें सम्मान करना चाहिए। मूल्य शिक्षा द्वारा ही बेहतर जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है ।उन्होंने कहा कि नवनिर्मित सुख शांति भवन में देने वाली शिक्षाओं से मानव जीवन में कार्य कुशलता, व्यावसायिक दक्षता ,बौद्धिक विकास एवं विभिन्न विषयों के साथ आपसी स्नेह, सत्यता पवित्रता,अहिंसा ,करुणा, दया इत्यादि मानवीय मूल्यों के पाठ सभी को पढ़ाया जाएगा ।
नेपाल राजविराज से आए हुए ब्रह्मा कुमार दीपक भाई जी ने सभी को ब्रह्माकुमारी ईश्वर विश्वविद्यालय का परिचय दिया ।उन्होंने बताया कि आध्यात्मिकता ही सद्गुणों का स्रोत है ।जब तक जीवन में आध्यात्मिकता नहीं अपनाते हैं ।तब तक विकास में जीवन में मानवीय नैतिक मूल्य नहीं आ सकता है।
मुख्य अतिथि विधायक माननीय प्रोफेसर चंद्रशेखर यादव जी ने अपना संबोधन देते हुए कहा कि वर्तमान समय में समाज के नर नारी एवं युवाओं को आध्यात्मिकता द्वारा ही नई दिशा मिलेगी ।उन्होंने  ब्रम्हाकुमारीयों को आभार व्यक्त किया।
ब्रह्माकुमारी संस्थान के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान से आए हुए  देवान  भाईजी ने अपने उद्बोधन में कहा समाज में जब अनेक  विकृतियां पैदा होती है। तब स्वयं निराकार परमपिता परमात्मा का अवतरण इस धरा पर होता है। उन्होंने कहा कि 1937 में सिंध हैदराबाद में ओम मंडली के रूप में एक छोटा सा पौधा परमात्मा ने लगाया था। आज वह प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के रूप में विश्व में 150 देशों में एक वटवृक्ष के भांति सर्व मानव आत्माओं को सुख शांति की छाया दे रहा है।
पटना सब जॉन के मुख्य संचालिका राजयोगिनी संगीता दीदी जी ने बताया कि परमात्मा शिव ने ज्ञान का कलश माताएं, बहनों को देखकर फिर से संसार में फैले हुए काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार इत्यादि आसुरी संस्कारों को संहार कर इस सृष्टि में देव मानव बनाने का कार्य परमात्मा माताओं बहनों के द्वारा करा रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय के पीस ऑफ माइंड टेलीविजन से आई हुई राजयोगिनी शिखा दीदी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि राजयोग की नित्य शिक्षा से हम अपने कर्म इंद्रियों को संयमित कर व्यवहार में निखार ला सकते हैं ।उन्होंने बताया कि जहां नारियों का सम्मान होता है । वहीं पर देवआत्माओं का वास होता है ।उन्होंने बताया कि नारियों के प्रति हमारी श्रेष्ठ भावना होना जरूरी है।
उक्त कार्यक्रम का संचालन ब्रह्मा कुमार किशोर भाई जी ने किया इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों को संस्था की ओर से सम्मानित भी किया गया ।
समारोह के आयोजन में विशेष योगदान के लिए संस्था के सहयोग करने वालों के प्रति धन्यवाद भी दिया गया । मौके पर माननीय विधायक प्रोफेसर चंद्रशेखर यादव जी, नेपाल आयल निगम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर हरी प्रसाद सिंह उर्फ हरी बाबू जी, बड़ी समाजसेवी डॉ भूपेंद्र मधुपुरी जी, उप महाप्रबंधक राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड श्री नरेश कुमार जी, श्रीमती रागनी रानी यादव जी, देवान भाई जी ,जनकपुर नेपाल से आए हुए राजयोगी  जगदीश भाई जी, राजविराज नेपाल से आए हुए राजयोगी की आदरणीय दीपक भाई जी, कंकरबाग पटना से आई हुई संगीता दीदी जी, आगरा के इंचार्ज शशि दीदी जी , शालू दीदी जी ,हेमा बहन जी ,जयपुर से आए हुए संगीत जैन भाई साहब ,अनिता भाभी जी ब्रम्हाकुमारी रंजू दीदी जी, बबीता दीदी जी ,कौशल्या दीदी जी, नीरा दीदी जी, कमला दीदी जी, किशोर भाई जी, पूर्व प्रमुख विनय बर्धन, प्रोफेसर अजय जी, प्रोफ़ेसर संजय जी, पतंजलि योग प्रशिक्षक डॉ निराला जी, अयोध्या भाई, प्रोफेसर सतीश भाईआशा दीदी पटना अन्य।
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