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Global Summit -Plenary -3 – वैश्विक शिखर सम्मेलन में समाजसेवा से जुड़ी हस्तियों, खिलाडिय़ों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का किया सम्मान

29 सितंबर, आबू रोड (राजस्थान)।
वैश्विक शिखर सम्मेलन का तीसरा सामाजिक सेवा में जुटीं हस्तियों के नाम रहा। इसमें विश्वभर से आए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने अनुभव सांझा किए। वहीं विदेशी कलाकार भारतीय संस्कृति में रंगे नजर आए। रविवार सुबह के सत्र में चाइना से आए कलाकारों ने देश मेरा रंगीला…रंगीला गीत पर नृत्य और रशिया से आए रॉक सिंगर अल्बर्ट ने मेरा जूता से जापानी… गीत गाकर सभी का मन मोह लिया।
बता दें कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय आबू रोड शांतिवन परिसर में आध्यात्म द्वारा एकता, शांति और समृद्धि विषय पर वैश्विक शिखर सम्मेलन चल रहा है। इसमें 140 देशों से सात हजार से अधिक विशेषज्ञ पहुंचे हैं।
विशिष्ट अतिथि नेपाल सरकार के अधोसंरचना विकास मंत्री बैजनाथ चौधरी ने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि नेपाल की जनता को कम से कम एक बार ब्रह्माकुमारीज के ज्ञान से अवगत करवाएं, इसके लिए हम कार्यक्रम करेंगे। बुद्ध ने ढाई हजार साल पहले मन की शांति का पाठ पढ़ाया। जो देश खुद को सुपर पावर कहता है, वहां लोग सबसे ज्यादा आत्महत्या कर रहे हैं। नेपाल विकासशील देश है, पर हमारे यहां आत्महत्या की दर कम है, क्योंकि हमारे यहां ब्रह्माकुमारीज कार्य कर रही हैं। हमारे 72 जिलों में 1500 ब्रह्माकुमारीज सेंटर हैं। नेपाल जाकर ब्रह्माकुमारीज के और सेंटर खोलने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त करता हूं।
12 लाख मतदाताओं को बताएंगे यहां की स्वच्छता- सांसद वर्मा
उप्र सीतामऊ से चौथी बार सांसद चुने गए राजेश वर्मा ने कहा कि भारत सरकार ने तो अभी स्वच्छता अभियान शुरू किया है, लेकिन ब्रह्माकुमारीज संस्थान तो कई वर्षों से स्वच्छता को जीवनशैली में धारण कर स्वच्छता अपना रही है और संदेश दे रही है। यहां आकर मैंने जो समर्पण भाव, एकता, शांति, स्वच्छता और सौर ऊर्जा का सदुपयोग करना सीखा है उसे अपने संसदीय क्षेत्र के 12 लाख मतदाताओं को कार्यक्रम आयोजित कर आध्यात्मिक ज्ञान का महत्व बताएंगे। यहां रोजाना एक मेगावॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है ये गौरव का विषय है।
हर साल सात लाख लोग होते हैं एसिड अटैक का शिकार: प्रज्ञा
बैंगलुरु के अतिजीवन फाउंडेशन की फाउंडर, नारी शक्ति अवार्ड से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता प्रज्ञा प्रसून ने कहा कि मैंने अपने जीवन में एसिड अटैक का दर्द झेला है। इसके बाद मैंने ठाना कि जो दर्द मैंने झेला है उसे अन्य बच्चियों व महिलाओं को न झेलना पड़े, इसलिए अति जीवन फाउंडेशन की स्थापना की। आज भारत में प्रतिवर्ष 7 लाख लोग एसिड अटैक के शिकार होते हैं जिनमें से 2.5 लाख लोग समय पर इलाज नहीं मिलने से मर जाते हैं। एक स्किन डोनर से तीन लोगों को नवजीवन दिया जा सकता है। ब्रह्माकुमारीज नारियों को आगे बढ़ाने में ऐतिहासिक कार्य कर रही है।
किसी का विचारों से जीवन बदलना सबसे बड़ी मानव सेवा: समाजसेवी रवि कालरा
नई दिल्ली अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन के संस्थापक रवि कालरा ने जब अपने जीवन का कड़वा अनुभव मंच से सांझा किया तो कई लोगों की आंखें नम हो गईं। उन्होंने कहा कि एक घटना ने मुझे अंदर तक झकझोर दिया और मैंने उसी दिन श्मसान जाकर मुर्दे की राख माथे पर लगाई और संकल्प लिया कि आज से मेरा जीवन सिर्फ मानव सेवा के लिए है। मैंने पिछले 11 साल में छह हजार से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया है। बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता कालरा बेजुबान, असहाय, पीडि़त और अनाथ लोगों की तन-मन-धन से नि:स्वार्थ सेवा में वर्षों से जुटे हैं। उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान आध्यात्मिक ज्ञान से जिस तरह लोगों का जीवन बदल रही है ये सबसे बड़ी मानव सेवा है।
मानसिक प्रदूषण सबसे बड़ा प्रदूषण: गोलो पिल्ज
आबू रोड स्थित सोलर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के डायरेक्टर जर्मन के गोलो पिल्ज ने कहा कि पर्यावरण बहुत तेजी से प्रदूषित हो रहा है। जिसे रोकने के लिए हमें सबसे पहले अपने मन के प्रदूषण को रोकना होगा। इसके लिए ब्रह्माकुमारीज आध्यात्मिक ज्ञान से लोगों की चेतना, विचार, व्यवहार, भावना में आंतरिक बदलाव ला रही है। लोगों को मानसिक प्रदूषण दूर कर रही है। ये सबसे बड़ी सेवा है। यदि हमें भविष्य में ऊर्जा के संकट से बचना है तो ज्यादा से ज्यादा सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाना होगा।
दादी जानकी को शांति एंव सद्भाव सम्मान से नवाजा…
आगामी 2 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहे महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में गुजरात इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड द्वारा संस्थान की मुख्य प्रशासिका 103 वर्षीय दादी जानकी और संस्थान के कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय को शांति एवं सद्भाव सम्मान से नवाजा गया। वहीं संस्थान की मुख्य प्रशासिका दादी जानकी ने सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं को मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
विदेशी कलाकारों पर चढ़ा भारतीय संस्कृति का रंग…
शिखर सम्मेलन में विदेशी कलाकार भारतीय संस्कृति के रंग में रंगे नजर आए। चाइना से आईं कलाकारों ने सधे कदमों से देश मेरा रंगीला…रंगीला गीत पर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। रशिया से आए रॉक सिंगर अल्बर्ट ने मेरा जूता से जापानी… गीत गाकर सभी का मन मोह लिया। वहीं साउथ अफ्रीका के डिसर्ट रोज ग्रुप के कलाकारों ने शांति…शांति…शांति.. ऊं शांति की ध्वनि को जब शब्दों से साकार किया तो पूरे हॉल में शांतिमय माहौल हो गया।
इन्होंने भी रखे अपने विचार….
– राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित आईपीएस विठ्ठल जाधव ने कहा कि जैसे आर्मी अपना काम कर रही है, वैसे ही ब्रह्माकुमारीज संस्थान अपना कार्य कर रही है। आध्यात्म समय की मांग है।
– डेक्सटेरिटी संस्था के संस्थापक और सीईओ शरद सागर ने कहा कि डेक्सटेरिटी बच्चों के साथ देशभर में काम कर रही है। हमने सेवा को शिक्षा से जोड़ा है। ब्रह्माकुमारीज के भाई-बहन सेवा और त्याग की अद्भुत मिसाल हैं।
– सिकंदाराबाद के इंपीरियल गार्डन के मैनेजिंग डायरेक्टर कैलाश चरण ने कहा कि आध्यात्म से विश्व का कल्याण होगा। हमें सभी को इसे अपनाना होगा।
– ग्लोबल हॉस्पिटल माउंट आबू के डायरेक्टर डॉ. प्रताप मिड्ढा ने कहा कि हमारे चिंतन से विचारधारा में परिवर्तन आएगा। सामाजिक-पारिवारिक समस्याओं का समाधान आध्यात्मिकता का मंथन करने से ही होगा।
– ब्रह्माकुमारीज के दिल्ली हरिनगर की डायरेक्टर बीके शुक्ला ने कहा कि कर्मों से हमारे संस्कार बनाते हैं, संस्कार से संस्कृति बनती है और संस्कृति से ही हमारे देश की पहचान बनती है। यदि हमारा चिंतन शुद्ध, सद्भावपूर्ण, शांतिमय, एकतापूर्ण, सकारात्मक होगा तो वैसे ही माहौल का निर्माण होगा और वैसे हमारे कर्म होंगे।
– ब्रह्माकुमारीज के दिल्ली जोन की डायरेक्टर बीके पुष्पा ने सभी को राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से गहन आत्मिक शांति की अनुभूति कराई।
– दूरस्थ शिक्षा प्रभाग के निदेशक डॉ. पांड्यामणि ने कहा कि हमें बच्चों को बचपन से ही नैतिक शिक्षा देना होगे तभी श्रेष्ठ नागरिकों का निर्माण होगा। ब्रह्माकुमारीज देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में मूल्य एवं आध्यात्म के पाठ्यक्रम संचालित कर रही है। संचालन बीके सुमन बहन ने किया।