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Business & Industry Wing Conference at Gyan Sarovar from 22 to 26 Sept. 2017

व्यापार एवं उद्योग प्रभाग – नेशनल कांफ्रेंस एवं मैडिटेशन रिट्रीट
दिनांक २२ से २६ सितम्बर २०१७ ज्ञान सरोवर ( आबू पर्वत )
अध्यात्म को नजरअंदाज करने से बढ़ते हैं कष्ट
ज्ञान सरोवर में उद्यमियों का सम्मेलन आरंभ
माउंट आबू। २३ सितम्बर।प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ज्ञान सरोवर अकादमी परिसर में शुक्रवार देर शाम संगठन के व्यापार एवं उद्योग प्रभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन का अतिथियों ने उदघाटन किया।
उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुंबई से आए प्रख्यात हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक मोहन ने कहा कि अध्यात्म के महत्व को नजरअंदाज करने से जीवन में कष्टप्रद परिस्थितियों से गुजरने को मजबूर होना पड़ता है। भौतिक सुखों के साधन बढ़ रहे हैं लेकिन जीवन मूल्य अपेक्षाकृत कम हो रहे हैं। झूठ, कपट, पाप के वातावरण को बदलने के लिए जीवन में सत्यता और पवित्रता की धारणा करने की प्रेरणा को किसी भी हालत में किनारे नहीं करना चाहिए।
मुंबई केमिकल एंड शिपिंग सीईओ, एमडी रूचिर पारिख ने कहा कि विकटतम परिस्थितियों में शाश्वत सत्य को सामने रखते हुए स्वयं को अध्यात्म से जोडऩा जरूरी हो गया है। अध्यात्म एकमात्र ऐसा मार्ग है जो हर परिस्थिति में स्वयं को संबल देने में सक्षम है। वर्तमान परिवेश के प्रतिस्पर्धात्मक युग के व्यापारिक क्षेत्र में सफलता अर्जित करने के लिए सिद्धांतों के अनुसार निर्धारित लक्ष्य को सामने रखकर किया गया कार्य फलीभूत होता है।
प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बी. के. योगिनी ने कहा कि सत्य धर्म को सबसे बड़ा धर्म मानते हुए स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन के अभियान में मनसा-वाचा-कर्मणा अपना अमूल्य योगदान देना चाहिए। समूचे विश्व में भारत की विविधता की एकता की परिपाटी की मिसाल अपने आप में अहम है। यहां पर धार्मिक स्थानों और पूजा करने वालों की संख्या विश्व भर में सर्वाधिक है।
जयपुर से आए प्रसिद्व उद्योगपति एम.एल. शर्मा ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संगठन द्वारा दिया जा रहा प्रेम व सदभाव का संदेश जीवन में धारण कर उसे व्यवहार में लाने से व्यापारिक क्षेत्र की हर चुनौती का सामना करना सुगम हो जाता है। संगठन की ओर से आयोजित की गई इस राष्ट्रीय कार्यशाला में व्यसाइयों व उद्योगपतियों को व्यापारिक क्षेत्र में सफल होने के सूत्र अवश्य मिलेंगे। जिससे देश भर से आए प्रतिनिधियों को अपने जीवन में परिवर्तन लाने की भी प्रेरणा मिलेगी।
प्रभाग की मुख्यालय संयोजिका बी. के. गीता बहन ने कहा कि संसार को सकारत्मक दिशा देने में व्यापारियों व उद्योगपतियों का बहुमूल्य योगदान होना चाहिए। अध्यात्म के सिद्धांतों को बारीकी से समझकर अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने में प्राथमिकता देनी चाहिए।
मंबुई से आए उद्योगपति मोहन भाई पटेल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज का ज्ञान प्रत्येक व्यक्ति के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति एवं आदर्श जीवन जीने की कला यहां सीखने को मिलती है।
मुंबई से आए बीके हरीश, बीके नम्रता, बीके अमृता, बीके थविता आदि ने भी विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन किया।
ज्ञान सरोवर ( आबू पर्वत ),२२ सितम्बर २०१७ । आज ज्ञान सरोवर स्थित हार्मनी हॉल में ब्रह्माकुमारीज एवं आर ई आर एफ की भगिनी संस्था , “व्यापार और उद्योग प्रभाग ” के संयुक्त तत्वावधान में एक अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन हुआ। सम्मलेन का मुख्य विषय था -” चुनौतियों का सामना और समाधान की खोज ” . इस सम्मलेन में बड़ी संख्या में प्रतिनिधिओं ने भाग लिया . दीप प्रज्वलित करके इस सम्मेलन का उद्घाटन सम्पन्न हुआ.
प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका राजयोगिनी योगिनी बहन ने आज के अवसर पर पधारे हुए अतिथियों को अपना आशीर्वाद दिया। आपने कहा कि शिव और शक्ति की उपासना नवरात्रि के दिनों में की जाती है। शक्तियां (नारियां ) जब विकारो रूपी असुरों का संहार करती हैं तो पहले सर्व शक्तिमान परमात्मा का साथ लेती हैं। अनंत सूक्ष्म परमात्मा अपार शक्तिओं के भंडार हैं। उनसे शक्तियां पाने की एक खास विधि है। परमात्मा से शक्ति लेने के लिए मन और बुद्धि को एकाग्र करके उनके साथ समबन्ध जोड़ना होता है।
योग को समझने से हमारा जीवन पूज्य बन जाता है। जीवन सादगी से भर जाता है। योग में हर प्रकार का विज्ञान समाया हुआ है जिसके अभ्यास से जीवन मुक्त हो जाता है बीमारियों से ,अज्ञान से और अन्धकार से। इस योग को साधने वाले के जीवन में सदा उन्नति होती रहती है। योगिनी दीदी ने राजयोग का अभ्यास भी करवाया।
प्रभाग के राष्ट्रीय संयोजक ब्रह्मा कुमार एम् एल शर्मा जी ने आज के अवसर पर अपने जीवन के आध्यात्मिक अनुभवों से सभी को अवगत करवाया।
यह ज्ञान जीवन में धारण करने से सम्बंधित है क्योंकि यह ईश्वर द्वारा प्रदत्त ज्ञान है। ५३ वर्षों का मेरा अनुभव यह बताता है की यह स्थान ईश्वर की उपस्थिति का स्थान है। अभी ईश्वर हम सभी का भाग्य बना रहा है। आज संसार की स्थिति विकट से विकट है मगर ऐसी परिस्थिति को भी बदलने वाला परमात्मा शिव है। ब्रह्मा कुमारी बहनें ईश्वर के निर्देश पर कमाल का विश्व परिवर्तन का कार्य कर रही हैं।
मैं आत्मा बिंदी -परमात्मा बिंदी को याद करता हूँ। इसमें असीमित प्राप्ति है। मैं विगत ५३ वर्षों से ऐसी ही याद का अभ्यास कर रहा हूँ। जीवन में अनेक प्राप्तियां हुई हैं। मैंने अपने परिवार को आश्रम बनाया हुआ है। ईश्वरीय सेवा में मैंने कभी ना शब्द नहीं कहा। बाबा ने काफी सेवाएं भी ली हैं मुझसे। मेरा काफी भाग्य बनाया है।
सामजिक रूप से भी मैं काफी सक्रिय हूँ। हमारी ब्रह्मा कुमारी बहनें तो जीवन समर्पण करके संसार का कल्याण कर रही हैं। इस रूद्र ज्ञान यज्ञ में अपने तन से, मन से और धन से कुर्बान हो जाईये।
बाबा ने व्यापार में भी ऊँचाई दिलाई। ८७ की उम्र में भी आज मैं ईश्वर के साथ को लेकर सभी कुछ कर लेता हूँ। मैंने कैंसर को भी हराया है। सब बाबा की शक्ति से हो रहा है क्योंकि परमात्मा का कार्य कभी रुकेगा नहीं। आप इन बातों को गंभीरता से लीजियेगा।
डॉक्टर विवेक महान ,वैश्विक कार्डियोलॉजिस्ट, ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने उदगार आज के अवसर पर प्रकट किये। आपने कहा की मैं बाबा के बुलाने पर ही यहां आ पाया हूँ। मैं हार्ट स्पेशलिस्ट नहीं हूँ -मगर योगिनी दीदी और ब्रह्मा कुमारीस के भाई बहनें वास्तविक हार्ट स्पेशलिस्ट हैं। आपने अनेक लोगों का जीवन संवारा है। मैं तो अवाक हूँ इनकी शक्तियों को देखकर। ये शक्तियां कहाँ से आती हैं ? यही जानने के लिए मैं यहां आया हूँ। मेडिकल साइंस में तो इसका उत्तर नहीं है। आपसे अनुरोध है की आप मेरे ऊपर भी उन शक्तिओं की वर्षा करें।
भ्राता रुचिर पारेख, हस्ती शिपिंग ग्रुप के प्रबंध निदेशक ने कहा कि मैं इस संस्थान के साथ जुड़ने के बाद ही वास्तविक वी आयी पी बना हूँ – वैरी इन्फोर्मेड पर्सन। पहले मैं वैरी इग्नोरैंट पर्सन था।
बाबा ने पूरी तरह से मेरा जीवन ही बदल दिया है। अब मेरी वृत्ति बदल गयी है। समस्याओं के समाधान का मेरा तरीका बदल गया है। मेरी सोच बदल गयी है। मुझे बाबा की मदद लगातार मिलती रहती है। मेरे पास शब्द नहीं है विवरण देने के लिए। ईश्वरीय ज्ञान ने मेरी दुनिया ही संभाल दी है।