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Jagdalpur- ​मेमोरी मैनेजमेंट पर आधारित तीन दिवसीय शिविर

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मेमोरी मैनेजमेंट पर आधारित तीन दिवसीय षिविर का उद्घाटन समारोह

जगदलपुर, 09 जनवरी 2018 – प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईष्वरीय विष्व विद्यालय वृंदावन कालोनी, जगदलपुर की ओर से आयुष महावर भवन में ‘‘मेमोरी मैनेजमेंट पर आधारित ‘‘ खुशियों का बिग बाजार तीन दिवसीय शिविर का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
तीन दिवसीय षिविर (09 जनवरी से 11 जनवरी) के शुभारम्भ के अवसर पर अयोजक संस्था की संचालिका ब्र0कु0 मंजूषा ने अपने उद्बोधन में कहा कि ‘‘मेमोरी मैनेजमेंट पर आधारित तीन दिवसीय शिविर ‘‘ खुशियों का बिग बाजार माउंट आबू (राज.) से पधारे बी0के0 शक्तिराज सिंह इंटरनेशनल माइंड व मेमोरी ट्रेनर के द्वारा करवाया जायेगा। आगे उन्होंने कहा कि बी0के0 शक्तिराज सिंह विश्व के एक मात्र ऐसे ट्रेनर हैं जिन्होंने दो लाख से भी ज्यादा लोगों को 31 वर्ष की आयु में माइंड एवं मेमोरी मैनेजमेंट की आध्यात्मिकता के आधार पर निःशुल्क प्रशिक्षण दी है। उन्होंने सरकारी एवं निजी कम्पनियों में एक हजार से भी ज्यादा सेमिनार करवाये हैं, कई चैनलों में उनके प्रोग्राम प्रसारित होते रहते हैं । उन्होनें आगे कहा कि आज अधिकांश बीमारियों का कारण मानसिक तनाव है। मार्डन टेक्नाॅलाजी के युग में स्पर्धा, विपरित परिस्थितियों, तनाव, चिन्ता आदि अनेक समस्या का समाधान करने के लिए मनोबल (माइंड पावर) की महती आवश्यकता है। आगे कहा कि हमारे अंदर अनंत शक्तियाॅ हैं, आवश्यकता है उन शक्तियों को पहचानने की। इन्ही शक्तियों के आधार पर हम उन्नति के शिखर पर पहुॅच सकते हैं।
शिविर के प्रथम दिन इंटरनेशनल माइंड व मेमोरी ट्रेनर बी0के0 शक्तिराज सिंह ने कहा कि तालियाॅ बजाने और मुस्कुराते रहने से अनेक बीमारी एवं हार्टअटैक नहीं आता है। उन्होंने कहा कि आजकल हम मीठा बोलते और कड़वा सोचते हैं हमें हमेशा मीठा बोलना और अच्छा सोचना चाहिए। मुस्कुराने से पाजिटिव एनर्जी मिलती है, चिन्ता, तनाव को अपने जीवन से अलविदा करें। हमें कोई भी बात पकड़कर नहीं रखनी चाहिए।
उन्होंने शिविर के दूसरे दिन कहा कि जिन्दगी में पहले खुशियाॅ चुने बाद में पसंद की चीजे। हमें अपने वर्तमान जीवन में खुश रहना चाहिए। मोबाईल, कार, घर इत्यादि केवल हमारी इच्छाओं को पूरी कर सकते हैं, हमें आराम दे सकते हैं किन्तु खुशी नहीं दे सकते हैं। जिस व्यक्ति के पास खुशी रहेगी वही दूसरों को खुशी दे सकता है। भारत में हरित क्रांति, श्वेत क्रांति हुई लेकिन अब आध्यात्म क्रांति की जरूरत है।
उन्होंने शिविर के तीसरे दिन समापन अवसर पर कहा कि रिसर्च में यह बातें सामने आई है कि गुस्सा करने वाले कैंसर, ईष्र्या करने वाले को अल्सर की समस्या हो सकती है इसलिए क्रोध या ईष्या नहीं करना चाहिए। सदा सत्कर्म करें, सत्कर्म से पूण्य की झोली भरती है, दुष्कर्म से पाप की झोली भरती है। उन्होंने आध्यात्म ध्यान के माध्यम से लोगों को सत्कर्म एवं दूसरों के प्रति सेवाभाव जागृत करने के विषय में ध्यान लगाना सिखाया।
उक्त त्रिदिवसीय शिविर में ब्रह्माकुमारी बहनें, दीप प्रज्जवलन में आमंत्रित अतिथि प्रो0 शैलेन्द्र सिंह कुलपति बस्तर विश्वविद्यालय, विद्याशरण तिवारी पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष, संतोष जैन पूर्व अध्यक्ष बस्तर चेंबर आॅफ कामर्स, डाॅ0 विजयगिरी गोस्वामी जिला आयुर्वेद अधिकारी, डाॅ0 मनोज पानीग्राही प्रदेश संयोजक पातंजलि योग समिति एवं सुधीर शर्मा भाजपा महामंत्री जिला बस्तर एवं जगदलपुर के गणमान्य नागरिकों ने हजारों की संख्या में उपस्थित होकर शिविर का लाभ लिया ।

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