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रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में ‘Unity and Trust through Enhancing Inner Powers

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ब्रह्माकुमारीज़ सेवा केंद्र ‘लाइटहाउस’ (सेंट पीटर्सबर्ग, रूस) में मंगलवार, 3 जून को संस्था की आध्यात्मिक और सामाजिक सेवाओं की 36वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर भारत से समाज सेवा प्रभाग के 25 सदस्यों का विशेष दल उपस्थित रहा, जिनमें सम्माननीय बी.के. अवतार भाई (राष्ट्रीय संयोजक, समाज सेवा प्रभाग) और बी.के. बीरेंद्र भाई (मुख्यालय संयोजक, समाज सेवा प्रभाग) विशेष रूप से सम्मिलित हुए। उनका यह दौरा एक महत्त्वपूर्ण सामाजिक पहल — “एकता और विश्वास के लिए आंतरिक शक्तियों का विकास” अभियान के शुभारंभ तथा “21 दिवसीय एकता मैराथन” की शुरुआत से संबंधित रहा।

इस अभियान के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  • पारिवारिक, सामाजिक एवं कार्यस्थल में आपसी समझ, सहयोग और समर्थन की भावना को सशक्त बनाने हेतु आंतरिक शक्तियों व व्यक्तिगत गुणों का विकास।
  • स्वयं और विश्व के साथ समरसता प्राप्त करने हेतु मौन एवं आत्म-चिंतन (राजयोग ध्यान) की सहज और प्रभावशाली विधियों के प्रति रुचि उत्पन्न करना।

अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम लोगों को करुणा, सहिष्णुता, स्वीकृति और क्षमा जैसे मानवीय मूल्यों को आत्मसात करने हेतु प्रेरित करेंगे, जो प्राचीन राजयोग की आध्यात्मिक शिक्षाओं पर आधारित होंगे।

भारत से पधारे प्रिय अतिथियों के अतिरिक्त रूस और बेलारूस के अनेक नगरों से भी बहनें और भाई इस कार्यक्रम में भाग लेने पहुँचे।

बी.के. बीरेंद्र भाई ने समाज सेवा प्रभाग की व्यापक सेवाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राहत सेवा और परोपकार के साथ-साथ, मन की शांति की ओर मार्गदर्शन देना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

बी.के. अवतार भाई ने सेंट पीटर्सबर्ग सेवा केंद्र की 36वीं वर्षगांठ पर संतोष दीदी और पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि दीदी को विशेष अभिनंदन का अधिकारी कहा जाना चाहिए, क्योंकि वर्षों पहले यहाँ जो सेवा का बीज बोया गया था, वह आज एक सुंदर और विशाल वृक्ष बन चुका है। उन्होंने कहा, “एकता और विश्वास परस्पर जुड़ी हुई संकल्पनाएँ हैं। जब ये दोनों गुण हमारे व्यक्तित्व में विकसित होते हैं, तब हम आत्मबल से सम्पन्न हो जाते हैं।”

दीदी संतोष ने “एकता और विश्वास” विषय पर आध्यात्मिक ज्ञान साझा करते हुए बताया कि एकता ब्रह्मांड की एक स्वाभाविक विशेषता है। हमारे शरीर के सभी अंग भी जब एकजुट होकर कार्य करते हैं, तभी स्वास्थ्य बनता है। उन्होंने कहा, “विविधता, एकता के विपरीत नहीं है। यह परियोजना इस भय को दूर करने का प्रयास है कि एकता हमें समान या एक जैसे बना देती है। हम सभी अद्वितीय और अनमोल हैं। जब हम स्वयं पर यह विश्वास करते हैं, तभी हम सहयोग और सहभागिता के लिए तत्पर होते हैं।”

भारत के कौंसुल जनरल श्री बी.के. आनंद (सेंट पीटर्सबर्ग स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास) ने ‘लाइटहाउस’ केंद्र की आध्यात्मिक और आनंदमय ऊर्जा की सराहना करते हुए कहा, “इस स्थान जैसा वातावरण किसी अन्य स्थान में नहीं मिलता। मैं प्रार्थना करता हूँ कि भारत-रूस की मित्रता सदा बनी रहे।”

अभियान के शुभारंभ का समारोह ‘डायमंड हॉल’ में आयोजित हुआ, जिसमें कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:

  • सुश्री नतालिया एवडोकीमोवा (कार्यकारी सचिव, सेंट पीटर्सबर्ग मानवाधिकार परिषद – राष्ट्रपति कार्यालय, रूस),
  • सुश्री अन्ना सावचुक (प्रधान संपादक, ‘नेशनल बिज़नेस’ पत्रिका),
  • श्री वादिम बाज़्यकिन (प्रसिद्ध टेस्ट पायलट एवं रूस के सम्मानित पायलट),
  • प्रो. गयदार इमानोव (अध्यक्ष, स्मोलनी विश्वविद्यालय, रूसी शिक्षा अकादमी),
  • श्री अलेक्ज़ेंडर अगापीतोव (अध्यक्ष, मेडिकल जियोग्राफी कमेटी, रूसी भौगोलिक सोसायटी) इत्यादि।

पंजाब से पधारे प्रसिद्ध गायक भाई जय गोपाल जी और रूस के सुप्रसिद्ध ओपेरा गायक लेव ग्रिगोरीव (विश्व संगीत विरासत प्रतियोगिता के ग्रैंड प्री विजेता) के गीतों ने सभी को हर्ष और उल्लास से भर दिया।

और अंत में, कार्यक्रम के समापन पर जन्मदिन का केक भी कांफ्रेंस हॉल में सभी के साथ मिलकर काटा गया।
सभी ने इस उत्सव की पारिवारिक और आत्मीय ऊर्जा को अनुभव किया — जिससे यह स्पष्ट हुआ कि “एकता और विश्वास” के साथ हम इस संसार को शांति, सुख और समरसता का स्वर्ग बना सकते हैं।