बी के मुन्नी दीदी के जन्मदिवस के साथ मनाई गई दिवाली: Celebration of Diwali & BK Munni Didi’s 73rd Birthday
आबू रोड, शांतिवन, 2 नवंबर । ब्रह्माकुमारी संस्थान की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयेागिनी ब्रह्माकुमारी मुन्नी दीदी जी के 73 वें जन्मदिवस को दीपावली के साथ संस्थान के मुख्यालय में बहुत ही उमंग-उत्साह से मनाया गया।संस्थान के शांतिवन के डायमण्ड हॉल में दीप प्रज्ज्वलित कर यह उत्सव मनाया गया।
संस्था की प्रमुख राजयेागिनी दादी रतनमोहिनी जी ने शुभकामना देते हुए कहा दीपावली नए युग की स्थापना का यादगार है। हमें इस विश्व से अज्ञान अंधकार को मिटाकर ज्ञान की रौशनी फैलाने वाला दीपक बनना है।
संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके मुन्नी दीदी ने दादी प्रकाश मणि जी के साथ बिताए हुए दिनों को याद करते हुए कहा कि हम सन् 1969 में ही इस संस्था में आ गई थी। मैंने दादियों की ऊंगली पकड़कर इस अध्यात्म के मार्ग पर चलना सीखा। आज दादियों के साथ-साथ आप सभी लोगों के विश्वास ने मुझे यज्ञ संभालने की जिम्मेवारी दी। मैं अपने अनुभव से कहती हूं कि जीवन में आगे बढ़ना है तो सबको सुख दो और सबकी दुआएं लो।
संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका डॉ. बीके निर्मला दीदी ने कहा दीपावली का त्योहार हम यज्ञ की स्थापना और दादियों के समर्पण के रूप में मनाते हैं। इस पुरुषोत्तम संगमयुग पर विशेष दीपावली का त्योहार मनाने की सबको बधाई हो।
मीडिया विंग के अध्यक्ष बीके करूणा भाई ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए बहुत ही विशेष दिन है। हमें खुशी है कि जिस तरह से दादी ने यज्ञ को संभाला है उसी तरह से आज मुन्नी बहन यज्ञ को संभाल रही है।
इस कार्यक्रम में संस्था के वरिष्ठ सदस्यों ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए उनकी लम्बी उम्र की कामना की। संस्था के कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय भाई, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शीलू दीदी, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके गीता दीदी ने मुन्नी दीदी को जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी। इस कार्यक्रम में ज्ञानामृत पत्रिका केमुख्य सम्पादक बीके आत्मप्रकाश, शांतिवन के प्रबंधक बीके भूपाल जी, बीके मोहन सिंघल, बीके शशी, डॉ.सविता, डॉ.अशोक मेहता, डॉ.सतीश गुप्ता, बी के अशोक गाबा, बीके प्रकाश, बी के अवतार तथा अन्य वरिष्ठ भाई-बहनें समेत कई लोग उपस्थित थे।
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके ऊषा दीदी और बीके सुधीर भाई ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया। अहमदाबाद मेमनगर से आई कुमारियों ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत कर सब को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके साथ ही दीदी को पुष्पों और मालाओं से पूरा सम्मान किया गया। दीदी के 73 वर्ष पूर्ण होने पर केक काटकर बधाई दी गयी।